happy-birthday-rishabh-pant-left-house-at-age-of-12-know-his-struggle-story

Happy Birthday Rishabh Pant: 12 साल की उम्र में घर छोड़ा और गुरुद्वारे में रहकर किया अपने सापको को पूरा, अपनी मेहनत से ऐसे बने क्रिकेटर

Happy Birthday Rishabh Pant: आज पुरे देश में रिषभ पंत को इस बेखौफ क्रिकेटर के नाम से पहचाना ज्याता है, ऋषभ ने अपने मेहनत और लगन से सारी कठिन समय का सामना करके एक मुकाम हाशिल किया है.

भारत में ऐसे बहुत से क्रिकेटर है जिन्होंने बहुत सारे कष्ट और कठिनाई का सामना करके अपनी अलग पहचान बनायीं है, उन्ही में से एक रिषभ पन्त भी है.

ऋषभ पंत का जन्म १९९७ में हुवा था, आज वह अपना २५ वा जन्मदिन मना रहे है. ऋषभ यह बल्लेबाज और विकेट कीपर है. उन्होंने भारतीय टीम को गाबा में ऑस्ट्रेलियां के खिलाफ खेले गया मुकाबले में शानदार पारी खेलकर जित दिलाई थी. तबसे वह बहुत ज्यादा चर्चे में रहने लगे है.

Table of Contents

१२ साल की उम्र में छोड़ा ऋषभ ने घर, गुरुद्वारे में रहने लगे

ऋषभ को बचपन से ही क्रिकेट में बहुत मजा आता था, लेकिन वह उत्तराखंड के एक छोटेसे जिले में रहते है. जहा पर उनका क्रिकेट का भविष्य नही था. अब अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने १२ साल की उम्र में ही अपना घर छोड़ दिया और गुरुद्वारे में रहकर अपने सपनो को पूरा करने में लगे रहे. और आज उन्हें पुरे भारत में एक सफल क्रिकेटर के नाम से ज्याना ज्याता है.

यह भी पढ़े: Urfi Javed New Photoshoot: नवीनतम फोटोशूट के लिए उर्फी जावेद ने चांदी के वर्क के साथ शरीर को कवर किया, कविता कौशिक ने उन्हें ‘काजू कतली’ कहा

आईपीएल ने बदली पंत की किस्मत

ऋषभ गुरुद्वारे में ही रहते थे और वहा का खाना खाकर ही अपने क्रिकेट की प्रैक्टिस को करते थे. दिल्ली में उन्हें रहने के लिए घर नही था. उन्होंने कैसे भ करके अंडर-१९ में अपनी जगा बनाई और उन्हें राहुल द्रविड़ कोच के रूप में मिल गए. २०१६ में उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स में जगह मिली, और उन्होंने इस आईपीएल सीजन में बहुत अच्छी पारी खेली जिसके चलते हुए उन्हें टीम इंडिया में भ जगह दी गयी है.

क्या आपको भी ऋषभ पन्त पसंद है? आपको ऋषभ के बारेमे और क्या जानकारी चाहिए हमे निचे कमेंट में बताये.

Google NewsFollow Now
TwitterFollow Now
FacebookFollow Now
InstagramFollow Now

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *